कवि प्रेम !
एक पहुंचे हुए हँसमुखी कवि जब अपनी प्रेमिका कविता के लिए चॉकलेट लेकर गए तो देखा कि उनकी कविता की नाक बह रही है ??
तभी उनके कवि ह्रदय में से एक चिंगारी निकली ! इरशाद !
एक श्वेत श्यामल सी धार निकल पड़ी है ,
जो अब लबों पर जाकर ही रुकेगी ,
स्वाद को नमकीन करेगी ,
इसी बात पर कुछ मीठा हो जाये !
हैप्पी चॉकलेट डे !!!.... हा हा हा !
शुभ रात्रि !!
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