जनसँख्या नियंत्रण ?
पत्नी जी बोली :- सुनिए , कम से कम फ्रीडम ही बुक कर देते , वो पड़ोस के शर्मा जी ने सुबह छः बजे से नम्बर लगाया था , और एक तुम हो कि फेसबुक और व्हाट्सएप की वजह से नौ बजे तक घुर्राटे देते रहते हो ! इतनी भी कंजूसी किस काम की ....??
हमने पलटवार करते हुए कहा :- जो व्यक्ति जैसा सोचता है वो वैसा ही बन जाता है !
पत्नी बोली :- इसका मतलब , वे लोग जो फ्रीडम मोबाइल के बारे में सोच रहे हैं वे सब मोबाइल बन जायेंगे ?
नोट :- किसी को लॉजिक समझना हो तो बताइये ?
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