दीवाली !
दीपावली से पूर्व ग्रुप एडमिन को एक ही बात की चिंता सताती है कि अब , सब सदस्य गिफ्ट के लिए लपलपाएंगे ........
देखिये आपका नाम तो हमें पता है , बस एड्रेस और फोन नंबर चिपका दीजिये ताकि " आप " तक हमारा पानी का जहाज़ पहुंच पाए !
* अपना अपना साइज़ बताइए ताकि , आपको सूट करता हुआ सूट भेजा जा सके , रंग बताकर रंग में भंग न डालिए , क्यूंकि पिछले साल ढेर सारे लिफाफे बेरंग वापस आ गए थे ?
* हमारी हंसमुखी हास्य की दुकान के सभी व्यंजन शुद्ध देशी घी से तैयार किये गए हैं , कृपया सूंघ कर बवाल पैदा न करे , गुलाब जामुन मैदा के ही बने हैं , दाल मोंठ धीमी आंच में पक रही है !
" आप " से चींटी सा निवेदन :-
* आप कृपया शुभकामनाओं के बम की एक हज़ारी लड़ी न छोड़ें ! सिर्फ टिकली भेजें ....
* इ - ग्रीटिंग न भेजें , अगर भेजना ही है तो " रस - मलाई " भेजें ! मोती साबुन न भेजें ,अभी , पिछले साल वाला ही नहीं घिसा हैं !
* अलंकारिक भाषा वाले सन्देशों को नेट से ढूंढ़ - ढूंढ़ कर न चिपकाएँ , हमें उट - पटांग भाषा , रोज सुनने की आदत पड़ी हुई है !
* फटाके ना फोड़ें जैसा ज्ञान हमें ना दें , सिर्फ अपनी आँख बंद रखें !
* इंटरनेट से डाउनलोड कर रंगोली की फोटोज ये लिखकर ना भेजें कि, आपने बनाई है, क्योंकि हम भी तो इंटरनेट के कीड़े हैं ।
* अपने घर का प्रसाद भिजवाएं। दूसरों के घर से आया वो वाला प्रसाद ना भेजें जो आपको पसंद नहीं आया ?
पिछले साल की पुरानी वाली वही की वही पोस्ट शेयर ना करें । क्यूंकि वो हम , हमारे सौ से भी अधिक ग्रुपों में कर चुके हैं !
पकने के लिए धन्यवाद :- नरेंद्र दुबे " हंसमुखी " ... हँसते रहिये , हंसाते रहिये !
दीपावली की हार्दिक , अग्रिम शुभकामनाएं।
https://www.facebook.com/NarendraDubey2209/
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