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मजेदार जोक्स
प्रस्तुतकर्ता
Unknown
जनवरी 08, 2016
शायरी का कबाड़ा
मैंने उनसे कहा कि तुम्हारा दुप्पटा उठा लो जमीन से घिसटता जा रहा है !
वो शायराना अंदाज़ में बोली :- दुप्पटा भी अपना फ़र्ज़ निभा रहा है , कोई चूम न ले मरे कदमों की मिटटी को इसलिए ये निशान मिटा रहा है !!..
मैंने कहा - पगली , शायरी बाद में करना , ठीक से देख , आगे नाली का ढक्कन खुला पड़ा है !!!
टिप्पणियाँ
लोकप्रिय पोस्ट
प्रस्तुतकर्ता
बेनामी
अप्रैल 07, 2016
कब तक सहते रहेंगे मानसिक गुलामी
प्रस्तुतकर्ता
Unknown
अप्रैल 24, 2016
नारी तेरी यही कहानी !! आँचल में दूध, आँखों में पानी !!
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