शुभ रात्रि !


रिश्तों की खूबसूरती एक दूसरे की बात बर्दाश्त करने में है
खुद जैसा इंसान तलाश करोगे तो अकेले रह जाओगे !
जो मज़ा पकने में है , वो पकाने में नहीं  आता अब  ?
आप जल्दी सो जाते हो , हमें कोई नहीं सुलाता अब ?
हँसते रहिये , हा हा हा ! शुभ रात्रि ! 


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