सुप्रभात

एकता ।

एकता मिट्टी ने की तो ईंट बनी

एकता ईंट ने की तो दीवार बनी

एकता दीवार ने की तो घर बना

जब यह सब बेजान चीजें  एक हो सकती है तो मनुष्य क्यों नहीं ????
हँसते हँसते सोचिये ।
सुबह से ज्यादा टेंशन न लीजिये ।

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