कव्वा स्नान !

अब , ये हंसमुखी अफवाह कौन उड़ा रहा है कि कल भी मकर-संक्रांति है ??
भाई ! अगर लड्डू चाहिए , तो मिल जायेंगे ! लेकिन नहाने के लिए न बोलना ?  इसके लिए " ओड - इवन " फार्मूले के तहत हम "कव्वा" स्नान कर चुके हैं  ! " आप " कहें तो तस्वीर भेज दें , जाने दीजिये ,अब न कह रहे तो न  सही ? आपको हम पर पूरा भरोसा है , ये  हमें मालूम है ! 
हा हा हा , मित्र " आप " जैसे होने चाहिए ?
वर्ना , को-ओपरेटिव तो बैंक भी होता है !!

शुभ संध्या ! सिर्फ ये पूछना था कि , आज " आप " मुस्कुराये या नहीं ?

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