रात्रि कालीन ज्ञान !
रात्रिकालीन हँसमुखी ज्ञान :- बचपन में सत्संग में सुना था कि " आत्मा " में आनंद का निवास है , आज पता चला कि आत्मा में " इंटरनेट " का निवास है !
सूचना :- सिर्फ , मेरे फेसबुक और व्हॉट्सऐप के सभी ग्रुप एडमिनों और गूगल प्लस के मॉडरेटरों के लिए सन्देश !
मैं , 20 दिसम्बर तक अपने भतीजे की शादी में व्यस्त रहूँगा , ईश्वर , इंटरनेट की कृपा बनाये रखे ?
* माफ़ कीजियेगा , मेरे मोबाइल में सभी एडमिन के नंबर हैं , इसलिए " आप " ? भी बिना मतलब के पक गए ?
शुभरात्रि !
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