ठंडी ज्ञान :-
क्यों हर बात पे कोसते हैं लोग दिसंबर को,
क्या दिसंबर ने कहा था मुहब्बत कर लो...
भाई , नवम्बर के महीने , तुम ही अच्छे थे , जब हम चुंचु स्नान कर लिया करते थे !
और बीवी शक़ भी नहीं करती थी ?
अब तो नहाना धोना , जिन्दगी का बोझ बन गया है ? नहाने के बाद सूंघना , हद हो गई , शक करने की ?
शुभ रात्रि !
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें