रात्रि ज्ञान !
ये तो आप सब को पता है कि , जीवन में आंसू पोछने वाले तो हजार मिल जाएंगे पर नाक पोंछने कोई नहीं आता , इसलिए हमेशा रुमाल साथ रखना और रात्रिकालीन हंसमुखी ज्ञान भी लेते जाइये ?
सर्दी में बाबा जी का वो वाला योगा ....... ज्यादा खींचकर मत करना , जिसमे एक नाक का छेद बंद करके , पहले सांस को अन्दर खींचो , फिर दूसरा छेद बंद करके सांस को तेजी से बाहर फेंको ??? क्या हुआ ??? रुमाल ले लो , भाई !
शुभ रात्रि !
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