एडमिन का प्रेमपत्र !



मेरे भगवान तुल्य मित्रों , हास्य नमन !
ये साल तो पतली गली से निकल लिया , अब सोलह आ रहा है , कामना करता हूँ कि आपके दिल में हंसमुखी हास्य " शोला " हमेशा की तरह धधकता रहेगा ! पिछले कई सालों से फेसबुक पर रोज पकाते आ  रहा हूँ और आपने झेल लिया , जिसका शुक्रिया अब अगर मैं रावण से दस सर उधार लेकर भी चुकाऊं तो भी नहीं चुका पाउँगा  ? हा हा हा ! 
मेरी हास्य संपत्ति , मेरे साथी एडमिन मित्रों और आपके सहयोग से  दिनों दिन बढ़ती जा रही है ! फेसबुक पर दो सौ से अधिक ग्रुप्स  , व्हाट्सएप पर सौ से अधिक और गूगल प्लस , ट्विटर के साथ - साथ फेसबुक पेज और गूगल ब्लाग्स पर लाखों की संख्या में मित्र एक साथ हंसमुखी चेनल का आनंद ले रहे हैं ! तहे दिल से नए साल का स्वागत और आभार ! 

( नोट :- मेरी " पोस्ट " ,  मेरे ब्लॉग के द्वारा लिंक है और  फेसबुक के हर  ग्रुप में  , मेरे मोबाइल की ब्रोडकास्ट लिस्ट और  व्हाट्सएप के हर ग्रुप में जाती है, अगर ज्यादा पकते हों तो डिलीट कीजिये ! ऊंट के मुंह में जीरा  !!! )  


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