एडमिन का जलवा
एडमिन पति शाम को अपने घर आये , सब्जी का थैला फेंका और अपने मोबाइल से फेसबुक पर टुचुक - टुचुक करने लगे ! पत्नी जी अपनी कांव - कांव सुना रही थी , पर एडमिन का ध्यान अपने मोबाइल पर लगा था , पत्नी को गुस्सा आ गया , जब तक पत्नी झाड़ू उठाने गयी तब तक तो एडमिन फुर्ती से बाथरूम में घुस लिए ! पत्नी को और ज्यादा गुस्सा आ गया , वो लगी दरवाजा ठोंकने धमा - धम , लेकिन एडमिन अन्दर से चिल्लाते हुए बोले " चाहे जितना जोर लगा लो ,जब मेरी मर्जी होगी तभी खोलूँगा ! शोर- शराबा सुनकर अडोस - पड़ोस के लोग आ गए ! सब पूछने लगे , भाभी जी क्या हुआ ?
इससे पहले कि कोई कुछ बोल पाता अन्दर से एडमिन दहाड़ते हुए बोले :- " आज पूरे मोहल्ले को पता चल ही जाना चाहिए कि , जिस तरह ग्रुप में अपनी चलती है , ठीक उसी तरह घर में भी अपनी ही जलवा चलता है , जब तक तुम्हारी भाभी पूरे घर में झाड़ू नहीं लगा लेती तब तक बाहर नहीं निकलने वाला , एडमिन के पैर गंदे नहीं होना चाहिए ! बस ....
नोट :- सब लोग चले गए हैं , पत्नी ने बाथरूम की कुण्डी बाहर से बंद कर दी है ! एडमिन अन्दर ठन्डे हो रहे हैं ! मुझे मालूम है , आप सभी की सहिष्णुता भाभी जी के साथ है ? दो शब्द ही बोल दीजिये , ठंडी लग रही है ?
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