आपको , अंत तक मेरी एक भी गलती दिखे तो " आप " को मुंह माँगा इनाम ?
मैं , मोबाइल पर फेसबुक के हँसमुखी ग्रुप्स के नोटिफिकेशन देख रहा था। शॉपिंग से लौटी पत्नी जी ने पूछा...और क्या हो रहा है ???"
" कुछ नहीं , आज सुबह से फेसबुक खोलने का टाइम ही नहीं मिल पाया , तुम नहीं रहती हो तो मन भी नहीं करता फेसबुक खोलने का ?

तुरंत मुंह फूल गया ? टेढ़ा मुंह करके बोली , आज थक गयी हूँ , अचार पराठे खा रही हूँ , जब भूख लगे खुद उठा कर खा लेना ! टीवी तेज आवाज़ में चलाकर , अपनी माँ के घर से आया हुआ , छुहारे और नीम्बू का " मिक्स अचार " हमे चिढ़ा - चिढ़ा कर खाने लगी ! तभी हम उनसे कुछ बोलना चाह रहे थे , पर टीवी की तेज आवाज़ की वजह से , उन्हें कुछ सुनाई न दिया , हम टीवी की आवाज़ कम करने के लिए रिमोट ढूंढने लगे , तो चिल्लाकर बोली , मन भर गया क्या ? इतनी जल्दी फेसबुक से , रिमोट नहीं मिलेगा , अभी मेरा सीरियल आ रहा है , सीरियल खत्म होने के बाद आना ...... तब तक फेसबुक और व्हॉट्सऐप चाटो ! सीरियल ख़त्म होने के बाद हम उठे और प्यार से बोले :- यह बताने के लिए टीवी का रिमोट ढूंढ रहा था कि " जिस अचार की फांक को , तुम इतने चाव से चूस रही थी , वो छुहारे या नीम्बू की फांक नहीं ....... बल्कि काक्रोच ..................था !
" आप " गलती बताइये , अपना मोबाइल नंबर दीजिये , कल तक इनाम पहुँच जायेगा ?
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