Dimag-Pakau
नरेंद्र दुबे हंसमुखी
पत्नी बोली : लीजिये , मुझे अलाद्दीन का चिराग मिल गया .... समझ नहीं आ रहा क्या मांगू ? आप जल्दी से कुछ मांगिये ?
.
हंसमुखी पति ने माँगा कि मेरे दिमाग को पांच गुना कर दीजिये ?
जिन्न बोला :- जो हुक्म , मेरे आका !
पत्नी ने बीच में टांग अडाई , " क्यूँ " ?? किसलिए ?
पति बोला :- एक फेसबुक , एक व्हाट्सएप , एक गूगल प्लस ,एक ट्विटर और एक दिमाग तुम्हारे खाने के लिए ?
जिन्न चुपचाप ??? थोड़ी देर बाद हंसा और कहने लगा .... शून्य से किसी को गुणा नहीं किया जा सकता है ? दिमाग खाली है आपका ? हा हा हा ! ......... (और गायब हो गया ???)
पति - पत्नी के बीच जंग चालू है कि आखिर दिमाग किसने खाया ??? आप सो जाइये ! शुभ रात्रि !
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें