घरेलू हिंसा !
नरेंद्र दुबे हंसमुखी
हास्य को हास्य में लीजिये !
पति - पत्नी में भारत की जीत को लेकर चर्चा हो रही थी !
पति बोला :- कोहली ने अच्छी गोली चलायी !
पत्नी बोली :- अनुष्का जो नहीं आई !
पति बोला :- हमने जो फेसबुक छोड़कर ,टीवी से चिपककर मैच देखा , उसका कुछ नहीं ?
पत्नी बोली ( ख़तरनाक दिमाग से सोचते हुए ) :- याद आया ? कल तुमने पराठे बनाये थे , इसलिए इण्डिया जीता ?
पति ( मन मारते हुए ) :- कोई बात नहीं बुधवार को भी ,एक बार और पराठे बना देंगे , बांग्लादेश को भी हरवा देंगे ! लेकिन आज तो बनाओ , पेट में चौके - छक्के लग रहे हैं !!!
पत्नी बोली :- सुनो जी , ज्यादा टालमटोली नहीं चलेगी , देश भक्ति का सवाल है , आपको अब रोज ही पराठे बनाने की नेट प्रेक्टिस करना है , आटा गूंध दिया है , फटाफट चौके में जाकर छक्के टपकाओ !
"मोदी जी के बाद कोहली ने भी साबित कर दिखाया कि यदि औरते दूर रहें तो आदमी बहुत कुछ कर सकता है और तुम पराठे में पिचक रहे हो ?"
नोट :- बिकाऊ मीडिया ये सब नहीं दिखायेगा , आप इतना शेयर कीजिये कि हर घर पराठे , घर घर पराठे , ऐसे ही बने ! मैं अकेला क्यों पिसूँ ? भारत माता की जय !!!
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