ससुर - दामाद !
जमाई बाबू अपने ससुर से दुखड़ा रो रहे थे कि कैसे उनकी बेटी ने उसका जीवन कांटो से भर दिया , बिलकुल नरक सा कर दिया है !
ससुर साहब सुनते-सुनते ज्यादा ही इमोशनल हो गए ! बोले :- क्या बताऊँ कन्हैया तुम्हारे पास जो कटपीस है , सिर्फ उसी का रोना है , यहाँ तो मेरे पास उसका पूरा थान है थान ! '
दामाद धीरे - धीरे बेहोश हो रहा है ! " आप " भी सो जाइये ! शुभ रात्रि !
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें