कैसे करें क्या करें पति पत्नी प्यार ( kaise karen kya karen pati patni pyar )
पति पत्नी की प्यारी नोंक झोंक ।
नोक झोंक.. कहें कि भोंक-भोंक,
( पति पत्नी का प्यार )
पति - सुनो ?
पत्नी - ( चुप )
पति - मैंने क्या कहा ? सुनाई दिया क्या ?
पत्नी - नहीं ... आज से बहरी हो गयी हूँ ।
पति - मैंने तुम्हें बहरी कब कहा ?
पत्नी - तो अब कह लो, इस जनम में कोई हसरत ,अधूरी क्यों रहे ?
पति - अरी भाग्यवान!! सुनो तो
पत्नी - आँखे खोल कर सुन लो .... आइन्दा से मुझे कभी भाग्यवान मत कहना , फूट गए नसीब मेरे , तुम जैसे फेसबुकिये से शादी करके , पहले कहते थे रानी बनाकर रखेंगे , अब नौकरानी बनाकर , कंगाल बैंक का चेयरमैन घोषित कर दो ? हुंह ।
पति - एक गिलास पानी मिलेगा ?
पत्नी - सिर्फ एक कप उठा कर पी लो ? ज्यादा मत टपकाना , नल नहीं आ रहे हैं चार दिन से, लेकिन तुम्हें क्या फिकर है ?.... इंटरनेट से फुरसत मिले तब न ?
पति - डिअर कभी तो सीधे मुंह बात ...
पत्नी - बस .... अब आगे मत बोलना , नहीं आता न मुझे सीधे मुँह बात करना.... मेरा तो मुँह ही टेढ़ा है , शादी के लिए देखने आये थे तब क्या आँखे फूट गयी थी ?
पति - हे भगवान , तुम बात को कहाँ से कहाँ तक ले जा रही हो ?
पत्नी - और तुम, जो दिन भर एक ही बात को व्हाट्स ऐप से फेसबुक के सारे ग्रुप में ले जाते हो .. तब ? क्यों , झूठ बोल दिया मैंने ?
पति - अरे , मैं कहाँ कुछ बोल रहा हूँ ?
पत्नी - अरे मेरे भोले भंडारी, तुम कहाँ बोलते हो ? मैं तो चुपचाप थी .... बोलना किसने शुरू किया ? बताओ ...?
पति - अरे, मैंने तो सिर्फ एक गिलास पानी माँगा था ।
पत्नी - पानी माँगा था या मुझे बहरी कहा था ? क्या मतलब था तुम्हारा ? " सुनाई दे रहा है " से ..... ? बताओ ?
पति - अरे , पत्नी जी...कभी तो मीठा - मीठा बोल लिया करो।
पत्नी - अच्छा...?. मीठा नहीं बोलती क्या , मैं कभी ? ये सुगर की बीमारी कैसे हुई आपको, बताओ ?
पति - अरे , नहीं चाहिए मुझे पानी .. चटर - पटर बंद करो अब ।
पत्नी - अच्छा , अब पड़ोस वाली भाभी से पानी पियोगे साथ में मेरी चार बुराई भी करोगे , ये पकड़ो अब पानी ।
पति - गज़ब हो तुम भी.... जब पानी देना ही था , इतना पकाया क्यों ?
पत्नी - तो क्या करूँ जी ? तुम लड़ने का मौका कहाँ देते हो ? दिन रात मोबाइल में घुसे रहते हो , अब अगर मन करे तो क्या पड़ोस में लड़ने जाऊँ ?
पति - ठीक है , अब से एक घंटे रोज लड़ाई के लिए रिज़र्व रखेंगे ।। पत्नी - अच्छा , कहना क्या चाहते हो तुम , मुझे कलह कुंज और चिक चिक अच्छी लगती है ?? बताओ ?? नोट :- फिर से शुरू ...हो गयी भाई , तब तक आप काम धंधा निपटा लो ??
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