Admin ki salah pyar kyun kaise aur kahan
Admin ka love letter
हास्य को हास्य में लीजिये ।
प्रिय मित्रों एवं साथी एडमिन बंधुओं !
मैं , अब निकल रहा हूँ ? कुछ लोग सोच रहे होंगे कि " भैय्या , जरा ज्यादा लम्बे निकलना ....पकाते बहुत हो ? यार ! "
ज्यादा दूर नहीं , बस , जरा सा तिरुपति जा रहा हूँ ! बीच - बीच में नेटवर्क नहीं मिला तो " आप " की किस्मत ?
अपने सभी (536 ) ग्रुपों को फेसबुक पर अकेला छोड़कर बिलकुल ऐसा महसूस हो रहा है , जैसा कि ... कभी आपकी भाभीजी को बिदाई के वक़्त , अपने हरे भरे परिवार को छोड़ते हुए .....हुआ होगा ? जब तक आप ये पोस्ट पूरी पढ़ेंगे ? आंसुओं की धार से आपकी बाल्टी भर चुकी होगी ? कुछ हिदायतें भी देनी हैं , लेकिन आप यह मत सोचना कि जैसे एक पत्नी अपने पति को मायके जाते समय हिदायत देती है कि :- सुनिए जी , जूठे बर्तन सिंक में पटकते समय यह सोच लेना कि धोना भी , " आप " ही को है और गंदगी नहीं मिलना चाहिए मेरे आने के बाद , इत्यादि - इत्यादि ! आप ये भी मत सोचना कि बच्चों को अकेला घर में छोड़ते समय , मम्मी - पापा हिदायत दे रहे हों कि दरवाजे पर ताला ठीक से चेक करके ही बाहर जाना ! आप ये सोचना कि एक ढेर सारे ग्रुप का चीफ एडमिन अपने सभी लाडले ग्रुपों को अपने प्रिय ग्रुप एडमिनो के भरोसे छोड़ रहा हो ? ......सिर्फ आठ दिन की बात है , डिअर ! मुझे पूरा भरोसा है कि एक चौकीदार जो चौबीस घंटे ऑनलाइन रहता था ? अब उसकी चौकीदारी बीस - बाइस घंटे पर सिमट जाएगी ? इससे आगे कुछ नहीं लिख पा रहा हूँ , क्यूंकि , की-बोर्ड पर आंसू टपक रहे हैं ?
एक और निवेदन :-
मेरी तो आपसे विनम्र विनती है कि ग्रुप में ज्यादा एडमिनगिरी मत करना वरना सब मेंबर भाग जाएंगे ! फर्जी फेक आई डी को पहचानने का इंतज़ाम हो चुका है ! जल्दी ही फेसबुक पर फेक महिलाओं की आई डी चलाने वाले पुरुषों की आई डी प्रूफ के साथ प्रकाशित की जाएँगी !
मेरे लौट आने तक बीस - पच्चीस ग्रुप और बना डालना भाई पर कम मत होने देना , हा हा हा ! सिर्फ एक हज़ार का टारगेट है और पांच करोड़ मेंबर, बस ! हँसते रहिये हंसाते रहिये !
मिलता हूँ कुछ देर में ???
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