hansmukhi chainal ka interview

हास्य को हास्य में लीजिये ! 

ब्लैक डे :- 
हंसमुखी चैनल का साक्षात्कार :- पार्ट VIII 
पत्रकार मित्र और हमारी बातचीत :- 
पत्रकार :-  कल पकिस्तान ने ब्लैक डे मनाया ? आप कुछ पकाएंगे ?
 हम :- कल आपकी भाभी जी सब्जी पका रही थी तभी व्हाट्सऐप पर उनकी सहेली ने चटर - पटर शुरू कर दी और उन्होंने मुझसे कहा कि जरा सब्जी देख लेना  , तभी हमारे मेसेंजर पर एक मित्र टपक पड़े और लम्बी लम्बी फेंकने लगे और हम उनकी समेटने में लग गए और इधर  मटर की सब्जी जल कर ब्लैक हो गयी ! मन गया ब्लैक डे !
पत्रकार :- फिर तो आपके घर में बर्तन युद्ध शुरू हो गया होगा ?
हम :- पागल हो क्या ? सब्जी को पतीले में निकाल कर जली कढ़ाही रगड़ - रगड़ कर चमका दी फिर पीछे के दरवाजे से जाकर , बाजार से सब्जी चिपका दी ? बस हो गया ??
पत्रकार :- मतलब , भाभी जी तब तक चैटिंग ही करती रहीं ??
हम :- भैय्या , तब तक नहीं बल्कि हमारे बाजार से लौट के आने के आधे घंटे बाद तक , फिर हमको ही दया आई कि चलो खाना खा लो तब बड़ी मुश्किल से बीस मिनिट में उठीं !
पत्रकार :- सर जी , इसका मतलब है कि आपने हमारी भाभी जी को भी  फेसबुक और व्हाट्सऐप का एडिक्ट बना दिया है ?
हम :- भैय्ये , हमने तो सिर्फ एक बार प्रोफाइल पिक्चर चेंज करना सिखाया था , लेकिन आप लोगों ने इतनी तारीफ कर दी कि अब वो रोज बदलती हैं वो भी दिन में चार बार ??
पत्रकार :- सर जी , पहले आप , दोनों की फोटो पोस्ट करते थे ?? अब ??
हम :- हाँ ! जबसे एक हंसमुखी मित्र ने कमेंट्स में यह " कहाँ राजा भोज और कहाँ गंगू तेली " लिखा , बस , तब हमने सोचा कि ये मित्र भी कितना भोला  है , हमें  राजा भोज समझ रहा है कोई बात नहीं ,  चलो , यहाँ तक तो ठीक था  , लेकिन आपकी भाभी जी को गंगू तेली  कहा ??? ये हमें बरदाश्त नहीं .....
पत्रकार :- सर जी , भाभी जी को नहीं आपको गंगू तेली बोला होगा ???
( सन्नाटा ........................फिर ?????..........थोड़ी  देर बाद  )
ये सुनते ही हमने ऐसा डंडा घुमाया कि वो पत्रकार जादू से गधा बन गया ??? आप लोग घबराइए नहीं , जादू वाला डंडा कभी कभी ही चलता है ! कमेंट्स में जब गड़बड़ी होगी , तब देखेंगे ??? हँसते रहिये , हंसाते रहिये ! 

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