खबर :- मोदी जी मुझे मरवाना चाहते हैं !

सुना है मोदी जी कजरी जी को मरवाना चाहते हैं ?

इस कहानी का ........... इस खबर  से कोई लेना देना नहीं है कि......... मोदी जी , कजरी जी को जान से मरवाना चाहते हैं ? 
एक बार एक चूहे को लगा कि उसे भी शेर के जैसा शक्तिशाली बनना चाहिए ? अपने दोस्त को अपने "मन की बात" बताई , तो दोस्त ने बड़े प्यार से समझाया कि देखो गलती से तुम " बिल्ली " नगरी के राजा बन गए हो और मक्कारी कर - कर के शक्ल  भी तुम्हारी लोमड़ी की तरह हो गयी है , काहे को नौटंकी करना चाहते हो यार , वैसे ही आपके गृह ख़राब चल रहे हैं अगर बीच में कोई धर लेगा  तो तिहाड़ के पिंजरे में फंस जाओगे , जहाँ तुम्हारे  सभी साथी चूहे फंसते जा रहे हैं ?
लेकिन चूहे को खुजली थी वो चूहा नहीं माना और  अपने खास हंसमुखी दोस्त के पास पहुंच कर बोला कि भाई , कोई ऐसी दंबूक दिखाओ जो अचूक निशाना रखती हो , एक शेर को झाड़ी के पीछे से छुपकर निपटाना है और अपन ने पहले ही हवा फैला दी है कि शेर मुझे मरवाना चाहता है , अब अगर मैंने शेर को मार दिया तो मैं पहले ही सेफ हो जाऊंगा कि मैंने तो आत्मरक्षा के लिए दंबूक चलायी थी ?
दोस्त बोला :- भाई , चूहे , शक्ल से तो तू एक सीधा सादा आम चूहा लगता है लेकिन दिमाग बड़ा मक्कारी वाला रखता है , चल इसी बात पर एक ऐसी बन्दूक दे रहा हूँ जिसकी बोली और बन्दूक की गोली दोनों सिर्फ निशाने पर ही लगती हैं , लेकिन दाम जरा ज्यादा हैं , चलेगी तो बोलो ?? 
चूहा बोला :- दाम की चिंता मत कर यार अपने पास हराम का माल रखा है ढेर सारा वही लुटा देंगे सब ! 
चूहा ख़ुशी - ख़ुशी बन्दूक लेकर घर आया , अब दिन रात सोचते रहता कि शेर को कैसे निपटाऊं क्योंकि शेर कभी इस जंगल में तो कभी उस जंगल में लेकिन एक दिन चूहे  को खबर मिली कि आज शेर अपनी गुफा के बाहर लॉन में बैठकर चाय पीने वाला है , चूहा झाड़ी के पीछे छिप गया अपनी अचूक निशाने वाली बन्दूक से निशाना साधा , उधर शेर ने भी चाय के कप में पड़ी मक्खी देखी इधर ट्रिगर दबा और उधर शेर मक्खी निकालने के लिए झुका ! शेर को गिरा समझकर चूहा खुश हुआ लेकिन शेर गायब ?
तभी अचानक  पीछे से शेर निकल आया  और चूहे के गाल पर जोरदार कंटाप  जड़ दिया , चूहा चिल्लाया और बोला देखो मुझे मारना ही है तो सबके सामने मारो न , तुम्हें शर्म नहीं आती चोरी से छुपकर एक चूहे को मारते हुए ???
शेर बोला :- अबे गधे , मैं सिर्फ ये बताना चाहता हूँ कि जो ये बन्दूक तू चला रहा है न उसकी नली तो देख ले !!! तेरी संगत में इस  नली ने भी   " यू टर्न " ले लिया  है ! 

अब यह आत्महत्या करने वाली बन्दूक हो गयी है  पगले ! 

वो तो गनीमत है कि तुम्हें एक भी काम ढंग से करते ही नहीं आता वर्ना आज निपट गए होते बच्चु  , अब चलो जाओ " बिल्ली " पुकार रही है तुम्हें , अगर बिल्ली मेरी मौसी नहीं होती तो दूसरे गाल पर भी बजाता एक कंटाप  .... करिया चूहे कहीं के ! और सुन बेटा , जाते जाते मन की  बात और सुन जा , हम शेर हैं  .. शेर !!! .........चूहे का शिकार नहीं करते बल्कि चूहे हमारे पास खुद मरने के लिए आते हैं  समझे !!! 

( लेक्चर चालू  है.....  मन  की बात चूहे के साथ ..... ) 


अब आपको भी कोई काम धंधा हो तो निपटा लो यार ....सुबह सुबह जाने कहाँ की कहानी किस्से लेकर बैठ गए " आप " भी ???


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