एक फेसबुक एडमिन का दुःख ? facebook admin ka dar
फेसबुक एडमिन की डायरी से !
हास्य को हास्य में लीजियेगा !
* चीफ एडमिन के साथ लोचा *
पत्नी जी बोली :- आज फेसबुक मंत्री का फेस क्यों लटका है और इतने डरे - डरे से क्यूँ दिख रहे हो ?
पति :- ब्रेकिंग न्यूज़ नहीं देखी क्या टीवी पर ?
पत्नी :- क्या ......आज फिर कोई एडमिन को जेल हो गयी ????
पति :- बस .....तुम्हारे तो यही ख्वाब हैं , जो कभी पूरे नहीं होंगे , अरे पगली उड़ते बिहार से खबर आ रही है कि नितीश जी ने कहा है कि " उन्हें शराब माफिया से अपनी जान का खतरा है लेकिन वो पूरे बिहार को नशा मुक्त करके रहेंगे " ?
पत्नी :- तो आपको किस माफिया से खतरा है ???
पति :- मैं भी रोज कई बन्दों को ब्लॉक करते रहता हूँ , डर लगा रहता है कहीं कोई आई डी न हैक करवा दे ?? ग्रुप का कबाड़ा न कर दे ? कमेंट्स में गंदे लिंक का विडियो न डाल दे ??
पत्नी :- आपकी तो ढेरों फेक आई डी चल रही हैं यदि एक दो हैक हो भी गयी तो दूसरी बन जाएगी कोई प्राण तो है नहीं कि एक बार निकल गए तो वापस नहीं आएंगे ???
पति :- तू नहीं समझेगी पगली कि एक एडमिन की जान उसके ग्रुप में रहती है , अभी कल की ही बात है , मैंने एक बन्दे को मेरे कमेंट्स बॉक्स में लिंक डालने की वजह से ब्लॉक किया और तुम्हारे साथ बाजार चला आया ! तुम्हें तो मालूम ही है कि अपनी आई डी चौबीस में से छब्बीस घंटे ऑनलाइन रहती है , अचानक एक सुन्दर सी सुकन्या की फ्रेंड रिक्वेस्ट आयी और हमने बिना उसकी प्रोफाइल चेक किये एक्सेप्ट भी कर ली !
पत्नी :- प्रोफाइल क्यों देखोगे जब सुन्दर लड़की दिख रही है !
पति :- पहले बात तो पूरी सुन ले पगली ! हुआ क्या जब तुम जनरल स्टोर पर अपना सामान ले रही थी तब वो मुझसे चैट करके मेरी तारीफ कर रही थी कि आपके जोक मुझे बेहद पसंद हैं वगैरह - वगैरह ...... फिर धीरे से खुसपुसाते हुए बोली कि आप के तो इतने सारे ग्रुप चलते हैं , किसी एक हंसमुखी ग्रुप में एडमिन बना दीजिये न ! प्लीज , प्लीज ,प्लीज ??? ............. पता नहीं , कहाँ से इतना अपनापन प्रकट हो गया और हमने तुरंत उसे एक ग्रुप में एडमिन भी बना दिया !
पत्नी :- क्या नाम था उस लड़की का ?
पति :- दिलकश कौर था , शायद ?? अब आगे की कहानी तो सुनो ! जैसे ही बाजार से घर आये तुम तो अपना सामान चेक करने में लग गयी और मैं अपने फेसबुक के नोटिफिकेशन , तभी एक मित्र एडमिन का सन्देश आया कि आपने भाभी जी को एडमिन से क्यों हटा दिया ? हम तो सन्न रह गए , थोड़ी देर बाद देखा तो हमारी दूसरी आई डी भी एडमिन से बाहर !!! जब तक माजरा समझ में आता तब तक तो , वो दिलकश कौर , हमारे ग्रुप का कबाड़ा कर चुकी थी और हमारे ग्रुप को भी सीक्रेट कर चुकी थी सिर्फ हमारी क्रिएटर वाली आई डी और उसकी आई डी एडमिन थे ! हमने मेसेंजर पर मेसेज करके पूछा कि " दिलकश , तुम्हें ये रायता फैला कर क्या मिला ???" उसका तुरंत जवाब आया " जो आपको मुझे ब्लॉक करके मिला था " !
अब " आप " समझ चुके होंगे कि आजकल एडमिन को इसी तरह के खतरे रहते हैं इसलिए आज से और अधिक सतर्क रहिये और अगर किसी अनजान व्यक्ति को बनाना ही है तो मॉडरेटर बनाइये एडमिन नहीं !
घटना बिलकुल ताज़ी है लेकिन जख्म सूखने में महीनों लग सकते हैं , इसी बीच अभी अभी पता चला है कि " आप " भी ज्यादा पककर टपक सकते हैं इसलिए ज्यादा तनाव न लीजिये , बस हँसते रहिये , हंसाते रहिये !
आप सभी का मित्र " एडमिन " !
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